बॉर्डर न्यूज़ लाइव, रायबरेली/उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश एटीएस (एंटी टेररिस्ट स्क्वाड) को एक बड़ी सफलता मिली है। रविवार को लखनऊ से एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया गया, जिसने देशभर में चार लाख से ज्यादा फर्जी जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र बनाए थे। आरोपी रविकेश, जो कि बिहार के दरभंगा जिले का रहने वाला है, ग्राम विकास अधिकारी (VDO) की आईडी का उपयोग कर 19,184 फर्जी बर्थ और डेथ सर्टिफिकेट तैयार कर चुका था।
- गिरफ्तारी और इनाम: एटीएस ने रविकेश को गिरफ्तार कर लिया, जिस पर 25,000 रुपये का इनाम घोषित किया गया था। रविकेश काफी दिनों से फरार चल रहा था, और उस पर रायबरेली पुलिस ने यह इनाम घोषित किया था।
- फर्जी वेबसाइट और गैंग: रविकेश ने सरकारी वेबसाइटों की नकल कर दो फर्जी पोर्टल www.crsogovr.in और www.thedashboard.in तैयार किए थे। उसने यूपी और बिहार में अपना गैंग बना लिया, जो देशभर में फर्जी प्रमाण पत्र बनाने का काम कर रहा था।
- गैंग के सदस्य और गिरफ्तारियां: इस गैंग में 4,100 यूजर्स शामिल थे, जिनमें से 1,500 सक्रिय यूजर्स थे। एटीएस ने पहले ही सात लोगों को गिरफ्तार किया था, जबकि रविकेश अब जाकर पकड़ा गया।
- पहली एफआईआर: फर्जी जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र के मामले में पहली एफआईआर 17 जुलाई को रायबरेली के सलोन थाने में दर्ज हुई थी। एटीएस द्वारा अब तक जीशान खान, विजय सिंह यादव, रियाज, और सोहेल खान को गिरफ्तार किया जा चुका है।
- आरोपी का बयान: पूछताछ में रविकेश ने एटीएस को बताया कि उसने 2022 और 2023 में फर्जी पोर्टल बनाए और इसके जरिए देशभर में लाखों फर्जी प्रमाण पत्र जारी किए।