तीन दिनों तक चला तलाशी अभियान, हाथ नहीं आया तेंदुआ
आशंका की जंगल में वापस लौट गया होगा तेंदुआ
न्यूज़ डेस्क महराजगंज…(एडिटर अरुण वर्मा की रिपोर्ट)
महराजगंज/उत्तर प्रदेश |
महराजगंज के नौतनवा तहसील के रामनगर में में अब भी तेंदुए की खौफ कम नहीं हुई है | तीन दिनों तक चेले खोजबीन अभियान के बाद भी तेंदुआ हांथ नहीं आया है | ऐसी आशंका जताई जा रही है कि तेंदुआ जंगल की तरफ चला गया होगा | दहशत व खौफ के बिच किसान खेत में काम के लिए निकले फिर भी उनके मन में अनचाहा भय व्याप्त है | नौतनवां थाना क्षेत्र के रामनगर के मरचहवा टोला के पूरब सिवान में बुधवार दोपहर तेंदुए ने खेत में काम कर रहे छह लोगों को घायल कर दिया था। इसके बाद तेंदुआ डूडी नाले में छिप गया। फिर बुधवार की रात तेंदुआ पड़ोस के टोले पुरैनिया में देखा गया, लेकिन बृहस्पतिवार रात और शुक्रवार को दिन में तेंदुआ आबादी वाले क्षेत्र में नहीं देखा गया। ग्रामीणों का कहना है कि रात में तेंदुए के आने का डर सता रहा। रेंजर रामबरन यादव ने बताया कि तेंदुआ रात में जंगल की तरफ निकल गया होगा। उसके आबादी वाले क्षेत्र में होने की कोई सूचना नहीं मिली है। वन कर्मी गांव और आसपास के क्षेत्र में गश्त कर रहे हैं। तेंदुए के हमले से भयभीत नौतनवां थाना क्षेत्र के रामनगर गांव के मरचहवा टोले के लोग बुधवार की रात चैन से सो नहीं सके। शाम से ही घर में दुबके लोग देर रात तक एक-दूसरे को फोन कर हालचाल लेते रहे। गांव में पूरी तरह से सन्नाटा पसरा रहा। इन सबके बीच, तेंदुआ पड़ोस के पुरैनिया टोले में पहुंच गया। जानकारी मिलते ही गांव के लोगों ने जगह-जगह आग जलाई और शोर मचाकर तेंदुए को भगाने का प्रयास करते रहे। बृहस्पतिवार सुबह तेंदुए के पद चिह्न देख उसके जंगल की ओर चले जाने का अनुमान लगाया गया।
मिली जानकारी के अनुसार मरचहवा टोले में शाम से ही लोग घरों में दुबक गए। बच्चे और महिलाओं ने तो झपकी ली, लेकिन पुरुषों ने पूरी रात जागकर गुजारी। उधर, रात करीब 11:30 बजे तेंदुआ पुरैनिया टोले में किसमती देवी के घर सामने दिखा। वहां वह आराम से बैठा था। थोड़ी दूरी पर टिन शेड में बुजुर्ग फूला देवी सोई हुई थी। इसी दौरान मरचहवा के विनय उधर से गुजरे तो टॉर्च की रोशनी में थोड़ी दूरी पर तेंदुआ बैठा दिखा। वह चुपके से सबको घर के अंदर ले गए और फाटक बंद कर शोर मचाने लगे। शोर सुनकर तेंदुआ दहाड़ते हुए अंधेरे में गुम हो गया। तेंदुए के आने की सूचना पाकर गांव के लोगों ने शोर मचाकर और आग जलाकर उसे भगाने का प्रयास किया। बृहस्पतिवार की सुबह घर सामने तेंदुए का विष्ठा दिखा। चंद्रावती, सीमा ने बताया कि तेंदुए के जाने के बाद भी लोगों में भय व्याप्त रहा। रातभर लोग सो नहीं पाए। मरचहवा टोले में बुधवार को किसानों पर हमले के बाद तेंदुआ डूडी नाले में छिप गया था। वन कर्मी मौके पर पहुंचे, लेकिन तेंदुए का पता नहीं लगा पाए। शाम में छह बजे डीएफओ पुष्प कुमार कांधला मौके पर पहुंचे और तलाशी अभियान चलाया। रात 11 बजे तक तेंदुए की तलाश होती रही, लेकिन उसका सुराग नहीं मिला। एसडीएम दिनेश मिश्रा ने बताया कि वन कर्मियों की टीम तेंदुए की तलाश में लगी हुई है। उन्होंने गांव के लोगों से सचेत रहने और घर से अकेले न निकलने की अपील की है।