ठेकेदार द्वारा बंधे से ही मिट्टी निकालकर कराया जा रहा मरम्मत कार्य, ग्रामीणों में आक्रोश है
बॉर्डर न्यूज़ लाइव, महराजगंज
ठूठीबारी/महराजगंज। महराजगंज जिले के ठूठीबारी-मार्ग से अराजी बैरिया और मरचहवा के बीच के जर्जर बंधे की मरम्मत में भारी अनियमितता सामने आई है। कार्यदाई संस्था के ठेकेदार द्वारा बंधे की मिट्टी निकालकर ही मरम्मत कार्य किया जा रहा है, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश है।
ठूठीबारी के चंदन पूल के करीब से अराजी बैरिया से मरचहवा जर्जर बंधे की मरम्मत का कार्य शुरू किया गया है। बरसात के पूर्व इस बंधे की मरम्मत नहीं की गई थी, और अब जब बरसात शुरू हो चुकी है, तो आनन-फानन में कार्यदाई संस्था के ठेकेदार ने सैकड़ों जगह रैनकट और जर्जर हुए बंधे की मरम्मत शुरू करा दी है। ठेकेदार द्वारा मनमानी ढंग से बंधे की मिट्टी निकालकर मरम्मत कार्य कराया जा रहा है, जो मानकों के विपरीत है।
ग्रामीणों का आरोप:
ग्रामीणों का कहना है कि मरम्मत का कार्य बरसात के पहले किसी अन्य जगह से मिट्टी लाकर किया जाना चाहिए था, लेकिन अब जर्जर बंधे से ही मिट्टी निकालकर मरम्मत की जा रही है। इससे ग्रामीणों में भय और आक्रोश का माहौल है। ग्रामीणों ने सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ और जिलाधिकारी महराजगंज से अनुरोध किया है कि इस मामले की जांच कर दोषियों पर कार्यवाही की जाए और बंधे की मानक अनुसार मरम्मत के निर्देश दिए जाएं।
प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन ने नेपाल से लगी सीमावर्ती गांवों और कस्बों के रखरखाव को लेकर सख्त रूख अपनाया हुआ है। जनपदवासियों को बाढ़ जैसी त्रासदी से बचाने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं, लेकिन संबंधित अधिकारी और ठेकेदार उन निर्देशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। इस अनियमितता पर कार्रवाई करने के लिए ग्रामीणों ने उच्च अधिकारियों से हस्तक्षेप की मांग की है।
इस घटना ने सरकारी परियोजनाओं में पारदर्शिता और ईमानदारी की कमी को उजागर किया है। उम्मीद है कि इस मामले में जल्द से जल्द उचित कार्रवाई की जाएगी और बंधे की मरम्मत मानकों के अनुसार की जाएगी ताकि ग्रामीणों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।