पहाड़ से निकलने वाली नदियों का जल स्तर लाल निशान के पार
न्यूज़ डेस्क निचलौल…
निचलौल/महाराजगंज |
विगत तीन दिनों से नेपाल की पहाड़ी सहित भारतीय क्षेत्रो में हो रही अनवरत बरसात के कारण नेपाल की पहाड़ो से निकल भारतीय क्षेत्रो में आने वाली नदियो का जल स्तर लाल निशान के पार होता दिख रहा है | वही दूसरी तरफ निचलौल ब्लाक के लक्ष्मीपुर खुर्द चौकी में बाढ़ का पानी घुस गया है जिससे सम्बंधित पुलिसकर्मी चौकी से बाहर अपना डेरा ज़माने को विवश हो रहे है | विगत कई दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से भारत नेपाल सीमा से बहने वाली नारायणी गंडक नदी, चंदन, झरही नदी व महाव नाला अपने स्तर से लाल निशान चुने को बेताब है | कुछ नदिया लाल निशान के पार भी हो गई है, जिससे कई क्षेत्र में खेत मेरुण्ड हो गए हैं। जबकि गांवों में बाढ़ की स्थिति है। जिसे लेकर ग्रामीण भयभीत हैं, वहीं तहसील प्रशासन राहत व बचाव कार्य में जुट गया है।
मिली जानकारी के अनुसार पहाड़ों पर अनवरत हो रही बरसात से भारतीय क्षेत्र के सीमाई व नेपाल के तराई में तबाही मच गई है। जिसके कारण नेपाल के सेकड़ो गांव व भारतीय क्षेत्र के दर्जनों गांव में पानी घुस गया है। झरही नदी का पश्चिमी तटबंध से राजाबारी व टड़हवा गांव में बाढ़ का पानी घुस गया है। चन्दन व झरही नदी लाल निशान के पार पंहुच गई है। जिसके कारण ठूठीबारी, भरवलिया, तुरकहिया, नोनिया, मैरी, बोदना, सुकरहर, किशुनपुर, लक्ष्मीपुर खुर्द, रतनपुर ब्लॉक के राजाबारी, टड़हवा सहित करीब 20 गांवों में नदी का पानी घुस गया है। वही नेपाल के सदर परासी, पाल्हीनंदन गांव पालिका के गांव झरही नदी बाढ़ के पानी से पूरी तरह प्रभावित हो गया है। इसके साथ ही ठूठीबारी ग्राम सभा का वार्ड नम्बर चार से नौ नंबर वार्ड तक पूरी तरह से जलमग्न हो गया है। जिसके कारण व्यापार, घरेलू कामकाज व आवागमन पूरी तरह से प्रभावित हो गया है। इसी क्रम में लक्ष्मीपुर खुर्द गांव मुख्य संपर्क मार्ग से टूट गया है। जबकि लक्ष्मीपुर खुर्द चौकी एक बार फिर बाढ़ के पानी से घिर गया है।
गंडक बैराज वाल्मीकि नगर से छोड़ा गया 4.40 लाख क्यूसेक पानी
पहाड़ों पर हो रही मूसलाधार बारिश से नेपाल राष्ट्र के नारायणी गंडक नदी नवलपरासी जिला सुस्ता गांव पालिका से उत्तर प्रदेश के महराजगंज व कुशीनगर होते हुए बिहार को निकलती है। बाल्मीकि बैराज से शुक्रवार की सुबह 6 बजे तक नदी में 4,40,750 लाख क्यूसेक पानी में छोड़ा गया। जिससे नारायणी गंडक नदी का जलस्तर बढ़ने से बी गैप पर दबाव बढ़ रहा है। बढ़ते दबाव को देखते हुए बी गैप के अधिशासी अभियंता कैंप किए हुए हैं। नारायणी गंडक नदी का जलस्तर बढ़ने से सुस्ता गांव पालिका अंतर्गत बेलवानी, धनसहा, महलवारी, तरैनी, कुड़िया, नर्सही के ग्रामीण भयभीत है। हालांकि सिंचाई विभाग के अधिकारियों का कहना है कि गंडक नदी की क्षमता 7.5 लाख है। इसलिए अभी चिंता की कोई बात नहीं है।