एक दूसरे से गले मिल दी बधाई, लहराया राष्ट्रीय तिरंगा
न्यूज़ डेस्क ठूठीबारी …
अब्बास अली की रिपोर्ट
ठूठीबारी/महराजगंज। ईद मिलादुन्नवी के मौके पर रविवार को मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पैगम्बर मोहम्मद साहब के जन्मदिवस को बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जहां ठूठीबारी कोतवाली क्षेत्र के ग्राम सभा भरवलिया, तुरकहिया, लक्ष्मीपुर खुर्द होते हुए कई गांव चौराहा पर जुलूस निकालकर वाहन को सजाया गया जिसपर डीजे व मक्का मदीना की तस्वीर व राष्ट्रीय तिरंगा झंडा लहराया गया। उक्त अवसर पर मोहम्मद साहब के जयकारे से पूरा क्षेत्र गूंज उठा।
571 ईसवी, को सऊदी अरब के शहर मक्का में पैगंबर साहब हजरत मुहम्मद (सल्ल) का जन्म हुआ था। इसी की याद में ईद मिलादुन्नबी का पर्व मनाया जाता है। हजरत मुहम्मद (सल्ल) ने ही इस्लाम धर्म को मजबूती के साथ पूरी दुनिया में कायम किया है। आप हजरत मोहम्मद,(सल्ल) इस्लाम के आखिरी नबी हैं, आपके बाद अब कायामत तक कोई नबी नहीं आने वाला है। मक्का की पहाड़ी की गुफा, जिसे गार-ए-हिराह कहते हैं, मोहम्मद (सल्ल) को वहीं पर (अल्लाह) रब्बुल इज्जत ने फरिश्तों के सरदार जिब्राइल, (अलै) के मार्फत पवित्र संदेश सुनाया। रब्बुल इज्जत, के रसूल मोहम्मद, अलेही वसल्लम से पहले पूरा अरब सामाजिक और धार्मिक बिगाड़ का शिकार था। लोग तरह-तरह के बूतों की पूजा करते थे। सैकड़ों की तादाद में, कबीले थे, जिनके अलग-अलग नियम और कानून थे। कमजोर और गरीबों पर जुल्म होते थे और औरतों का जीवन सुरक्षित नहीं था। आप (सल्ल) ने लोगों को एक ईश्वरवाद की शिक्षा दी। अल्लाह की प्रार्थना पर बल दिया। लोगों को पाक-साफ रहने के नियम बताए। साथ ही सभी लोगों के जानमाल की सुरक्षा के लिए भी इस्लामिक तरीके लोगों तक पहुंचाए। साथ ही (अल्लाह) रब्बुल इज्जत, के पवित्र संदेश को भी सभी लोगों तक पहुंचाया।
इस दौरान। मौलाना रहमतुल्लाह, युसूफ अली, इशमोहम्मद अंसारी, तबारक हुसैन, अब्दुल कादिर,आदि लोग मौजूद रहे