भारतीय क्षेत्र से महंगी बाइक की चोरी कर भेजते थे नेपाल
न्यूज़ डेस्क महराजगंज…
महराजगंज |
महराजगंज कोतवाली पुलिस को बड़ी सफलता हांथ लगी है | संयुक्त टीम ने वाहन चोर गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए पनेवा नहर के पास चोरी की नौ बाइक के साथ पांच शातिर चोरो को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें से गिरफ्तार इम्तियाज का लम्बा अपराधिक इतिहास है, जिसके खिलाफ पड़रोगा सहित आठ थानों में केस दर्ज है। इनके पास से देसी पिस्टल और चाकू भी बरामद हुआ है। पूछताछ में पता चला कि इम्तियाज ही गिरोह का सरगना है जो चोरी की बाइक को नेपाल में खपाने की फिराक में था। इसके गैंग में शामिल कुछ अन्य लोगों का नाम भी सामने आया है। पुलिस उनकी पहचान कर गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है। हाल के दिनों में बाइक चोरी की लगातार शिकायत मिल रही थी।
पुलिस अधीक्षक जनपद महराजगंज डॉ कौस्तुभ ने मामले को गम्भीरता से लेते हुए अपर पुलिस अधीक्षक आतिश कुमार सिंह, क्षेत्राधिकारी सदर जनपद महराजगंज के निर्देशन में प्रनि रवि कुमार राय सहित अन्य पुलिस पदाधिकारी और जवानों की एक विशेष टीम का गठन किया। टीम को सूचना मिली कि बाइक चोरी करने एवं बेचने वाले गिरोह के कुछ सदस्य चोरी की बाइक को नेपाल में बेचने के फिराक में हैं, जो पनेवा नहर के रास्ते गबडुआ नहर पुल की ओर जाने वाले है। पुलिस इलाके की घेराबंदी कर पनेवा नहर के पास मौजूद थी। दो बाइक पर सवार कुछ लोग आते हुए दिखाई दिये। जो पुलिस को देख भागने का प्रयास किये। पुलिस ने संदेह के आधार पर दोनो वाहनों पर सवार कुल 5 व्यक्तियों को पकड़ लिया। पूछताछ में पकड़े गए व्यक्तियों ने खुद की पहचान इम्तेयाज पुत्र मुस्लिम निवासी जहदा थाना कोठीभार, खुश्बुद्दीन शाह उर्फ मूसा पुत्र युसुफ निवासी जहदा थाना कोठीभार, सबरे आलम उर्फ टिम्मल पुत्र राजू निवासी जमुईकला थाना ठूठीबार, राजन जायसवाल पुत्र जमुना जायसवाल निवासी मुजहना बुजुर्ग थाना सिन्दुरिया और गौतम कुमार गौड़ पुत्र रामानन्द गोड़ निवासी बसुली फार्म थाना कोठीभार बताया। इनके पास वाहनों का कागजात नहीं मिला। कड़ाई से पूछताछ में इन्होंने ने बताया कि सभी संयुक्त रूप से वाहन चोरी का काम करते हैं।
औने पौने दाम पर बेचते थे महंगी बाइके
भारतीय क्षेत्रों से महंगी मोटरसाइकिल चोरी कर यह शातिर चोर नेपाल में इसे 15 से 20 रूपये में बेच दिया करते थे और उनसे मिले पैसे आपस में बाँटकर अपना खर्चा चलाते हैं। बाइक चुराने से लेकर दूसरे जिले और नेपाल में खपाने का सबका अलग अलग काम तय था। गिरोह 1 से डेढ़ लाख की बाइक को 15 से 20 हजार रुपये में बेच देता था। तलाशी के दौरान अन्य वस्तुओं अतिरिक्त इम्तेयाज उपरोक्त व खुश्बुदीन के पास से एक पिस्टल, एक जिंदा कारतूस बरामद हुआ है। उपर्युक्त व्यक्तियों में इम्तियाज का एक लम्बा आपराधिक इतिहास है जो अन्तर्जनपदीय वाहन चोर है |