1. नेपाल बस हादसे में 27 की मौत: नेपाल के तनहू जिले में 23 अगस्त को हुए बस हादसे में 27 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 25 महाराष्ट्र और 2 यूपी के गोरखपुर क्षेत्र के निवासी हैं। इस हादसे में बस के ड्राइवर मुर्तजा (गोरखपुर) और खलासी रामजीत (कुशीनगर) की भी मृत्यु हो गई।
2. भारतीय सेना द्वारा शवों की वापसी: भारत सरकार ने मृतकों के शवों को भारतीय सेना के विशेष विमान से नेपाल के चितवन से नासिक भेजा है। हादसे में बची हुई दूसरी बस के 48 यात्रियों की सकुशल वापसी सोनौली बॉर्डर से भारतीय सीमा में कराई गई है, जिनको गोरखपुर से महाराष्ट्र भेजा जा रहा है।
3. मृतकों के परिजनों की स्थिति: हादसे के बाद मृतकों के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। परिजनों ने सरकार से शवों को जल्दी घर पहुंचाने की गुहार लगाई है।
4. हादसे का विवरण: महाराष्ट्र के 93 पर्यटकों का समूह 20 अगस्त को 8 दिनों के परमिट के साथ नेपाल यात्रा पर निकला था। उन्होंने गोरखपुर से तीन पर्यटक बस बुक की थी, जो सोनौली बॉर्डर के रास्ते पोखरा और पोखरा से काठमांडू जा रही थीं। 23 अगस्त को पोखरा से काठमांडू जाते समय तनहू जिले में यूपी 53 FT 7623 नंबर की बस अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई, जिसमें 27 लोगों की मौत हो गई और 16 लोग घायल हो गए।
5. प्रशासनिक सहायता और व्यवस्था: हादसे के बाद एसडीएम नौतनवा नंद प्रकाश वर्मा के नेतृत्व में एक दल नेपाल पहुंचा। महराजगंज डीएम अनुनय झा ने बताया कि शव और यात्री महराजगंज पहुंच गए हैं। ड्राइवर और खलासी के शव गोरखपुर और कुशीनगर के लिए पुलिस स्कॉर्ट के साथ रवाना किए गए। बॉर्डर पर 6 शव वाहन, 11 एंबुलेंस, और एक 42 सीटर वाहन की व्यवस्था की गई थी। महराजगंज प्रशासन ने बॉर्डर पर मेडिकल टीम को भी तैनात किया है, और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अलर्ट मोड में पुलिस तैनात है।
अब जान लेते है विस्तार से ….
नेपाल में हुए बस हादसे में मृतकों की संख्या 27 हो गई है, जिनमें 25 महाराष्ट्र और दो यूपी के गोरखपुर क्षेत्र के हैं। हादसे में बस के ड्राइवर और खलासी की भी मौत हुई है। ड्राइवर मुर्तजा गोरखपुर जिले की पिपराइच थाना क्षेत्र का रहने वाला था जबकि खलासी रामजीत कुशीनगर जिले का। भारत सरकार की तरफ से 27 शवों को भारतीय सेना के विशेष विमान से चितवन से नासिक के लिए रवाना कर दिया गया है। वहीं, जो दूसरे बस में सवार अन्य 48 यात्री थे, उनकी सकुशल वापसी सोनौली बॉर्डर से भारतीय सीमा में हो गई है, जिनको गोरखपुर से महाराष्ट्र भेजा जा रहा है। हादसे के बाद मृतकों के परिजनों का वतन वापसी के बाद रो-रो कर बुरा हाल है। मृतकों के परिजनों ने सरकार से गुहार लगाई है कि उन्हें जल्दी से उनके घर पहुंचाया जाए। बता दें कि महाराष्ट्र के रहने वाले 93 पर्यटक 20 अगस्त को 8 दिनों के परमिट के साथ नेपाल के यात्रा पर निकले हुए थे। जिन्होंने गोरखपुर से तीन पर्यटक बस बुक कर सोनौली बॉर्डर के रास्ते पोखरा और पोखरा से काठमांडू जा रहे थे। 23 अगस्त को पोखरा से काठमांडू जाते समय तनहू जिले में यूपी 53 ft 7623 नंबर की बस अनियंत्रित होकर खाई में जा गिरी। जिसमें 27 लोगों की मौत हो गई। वहीं 16 लोग फिलहाल घायल हो गए. हादसे के बाद एसडीएम नौतनवा नंद प्रकाश वर्मा के नेतृत्व में अधिकारियों का दल पीड़ितों का हाल जानने और मदद के लिए नेपाल पहुंचा है। एसडीएम ने बताया कि 51 यात्रियों के महराजगंज पहुंचने पर उनके खाने-पीने की व्यवस्था के बाद उन्हें गोरखपुर रवाना किया गया। महराजगंज डीएम अनुनय झा ने बताया कि शव और यात्री महराजगंज पहुंच गए। वहीं, ड्राइवर और खलासी के शव गोरखपुर और कुशीनगर के लिए पुलिस स्कॉर्ट के साथ ग्रीन चैनल के माध्यम से रवाना कर दिया गया। महराजगंज प्रशासन की ओर से बॉर्डर पर 6 शव वाहन, 11 एंबुलेंस और एक 42 सीटर वाहन की व्यवस्था की गई थी। बॉर्डर पर मेडिकल टीम को भी तैनात किया गया था। जिला प्रशासन और पुलिस अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अलर्ट मोड में तैनात है।