शनिवार को घर से निकले थे स्नान के लिए, रविवार को 12 किमी दूर मिला शव; आत्महत्या की वजह बनी रहस्य
बॉर्डर न्यूज़ लाइव, महराजगंज
ठूठीबारी/महराजगंज। कस्बे के चर्चित व्यवसायी राम लखन अग्रहरि ( लोहिया सेठ) की आत्महत्या की आशंका रविवार को उस वक्त सच साबित हो गई, जब उनका शव बिहार पिलर स्थित ठाढ़ी घाट के पास बरामद हुआ। वह शनिवार सुबह करीब 9 बजे नेपाल स्थित त्रिवेणी धाम स्नान के लिए घर से निकले थे, लेकिन देर शाम तक जब वह नहीं लौटे, तो परिवार की चिंता गहराने लगी।
परिजनों द्वारा बाल्मीकि नगर एसएसबी और नेपाल पुलिस को सूचना देने के बाद, जब इसकी पड़ताल शुरू हुई तो त्रिवेणी बैराज के 27 नंबर फाटक पर उनकी हवाई चप्पल बरामद हुई, जिससे आत्महत्या की आशंका और मजबूत हुई। नेपाल पुलिस और स्थानीय गोताखोरों की सहायता से रविवार को करीब 18 घंटे की तलाश के बाद स्टीमर की मदद से राम लखन का शव त्रिवेणी बैराज से लगभग 12 किलोमीटर दूर ठाढ़ी घाट के समीप बरामद किया गया।
शव मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। छोटे बेटे प्रेम शंकर उर्फ पिंटू और बड़े बेटे रविशंकर उर्फ गुड्डू (जो रक्षा मंत्रालय, गोरखपुर में तैनात हैं) के साथ ही तीनों बेटियां भी सूचना मिलते ही घर पहुंचीं। पूरे गांव में मातम का माहौल है। शुभचिंतकों और स्थानीय लोगों की भारी भीड़ पीड़ित परिवार के घर जुट गई है।
हालांकि आत्महत्या के पीछे की वजह अभी स्पष्ट नहीं हो पाई है। व्यावसायिक दृष्टि से सफल और सामाजिक रूप से सम्मानित माने जाने वाले राम लखन लोहिया के इस कदम ने लोगों को हैरान कर दिया है। परिजन और ग्रामीण अब भी इस त्रासदी के पीछे के कारणों को लेकर स्तब्ध हैं।
पुलिस और नेपाल प्रशासन का सर्च ऑपरेशन सफल:
नेपाल पुलिस, एसएसबी और गोताखोरों की मदद से चले सर्च ऑपरेशन के दौरान शव मिलने की पुष्टि के बाद औपचारिकताएं पूरी कर शव परिजनों को सौंपा गया।
इस घटना ने न केवल लोहिया परिवार को गहरा सदमा दिया है, बल्कि पूरे ठूठीबारी कस्बे को भी स्तब्ध कर दिया है।