यूपी के खड्डा व वाल्मीकिनगर के विधायक ने केन्द्रीय मंत्री को दिया मदनपुर-पनियहवा एलिवेटेड सड़क का प्रस्ताव
न्यूज डेस्क वाल्मीकिनगर….
खड्डा/बगहा ।
दशकों बदहाल हुई वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के जंगल से गुजर रही सड़क निर्माण का मामला अब केंद्रीय मंत्री नीतीश गडकरी के पास पंहुच गया है। सड़क निर्माण में आए विवाद के बाद सीमावर्ती वाल्मीकिनगर के विधायक धीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ रिंकू सिंह और यूपी के सीमावर्ती खड्डा के विधायक विवेकानंद पाण्डेय ने इस सड़क के निर्माण में फंसे पेंच को लेकर केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की. एनएच की ओर से नए सड़क के प्रस्ताव को अव्यवहारिक बताते हुए मदनपुर-पनियहवा के बीच जंगल क्षेत्र में एलिवेटेड सड़क का प्रस्ताव दिया है.एलिवेटेड सड़क निर्माण से जहां आवागमन आसान होगा वही वन्यजीवों को भी सुरक्षा मिलेगी. दोनों विधायकों ने यूपी-बिहार को जोड़ने के लिए जंगल के बीच करीब 3 किलोमीटर दायरे में एलिवेटेड सड़क निर्माण का प्रस्ताव देकर डीपीआर बनाने का की मांग की. इस मांग पर मंत्री नितिन गडकरी ने सहमति दी है. वाल्मीकिनगर के विधायक धीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ रिंकू सिंह ने बताया कि दोनों विधायकों के प्रस्ताव को आगे बढ़ाने के लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं.
एलिवेटेड रोड के प्रस्ताव पर सहमति के लिए वन विभाग की मंजूरी भी लेनी होगी. विधायक ने कहा है कि वन विभाग को सड़क के कालीकरण पर आपत्ति है न की एलिवेटेड सड़क के निर्माण पर, वहीं सीमावर्ती खड्डा के विधायक विवेकानंद पांडे ने बताया कि देश के कई टाइगर रिजर्व क्षेत्र में एलिवेटेड सड़क का निर्माण हुआ है जिससे जानवरों की सुरक्षा भी बढ़ी है, ऐसे में एलिवेटेड सड़क का निर्माण होने के बाद वन्यजीवों की सुरक्षा के साथ ही यूपी-बिहार के बीच आवागमन सुलभ हो जाएगा.राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 727 मार्ग से यूपी-बिहार संपर्क मार्ग पर 104 किलोमीटर से 110 किलोमीटर तक सड़क जो पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी है. वन विभाग और बिहार सरकार नए विकल्प के रूप में सड़क को बंद करने पर विचार कर रही है. यूपी के विधानसभा खड्डा और बिहार के वाल्मीकिनगर इस मार्ग से जुड़े हुए हैं और इसके बीच में मदनपुर का प्राचीन देवी मंदिर है, जो पूर्वांचल सहित बिहार और नेपाल के लोगों का श्रद्धा का केंद्र है, जिसकी पौराणिक मान्यताएं भी हैं. इसलिए इस सड़क के निर्माण के लिए यूपी और बिहार के दोनों सीमावर्ती विधायक लगातार मुहिम चला रहे हैं.